राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड बैठक में वैश्विक भागीदारी ने पिछले महीने 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में माननीय प्रधान मंत्री के वादे को पूरा किया।
भारत में राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड (एनसीजी) ने मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में अपनी वार्षिक बैठक 6 और 8 नवंबर 2024 के दौरान आयोजित की। एनसीजी, भारत और 15 अन्य देशों में 360 से अधिक कैंसर केंद्रों, अनुसंधान संस्थानों, रोगी समूहों और पेशेवर समाज का एक सहयोगी नेटवर्क है। परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई), भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित एनसीजी सदस्य संगठन 850,000 से अधिक नए कैंसर रोगियों का वार्षिक रूप से इलाज करते हैं, जो भारत में कैंसर के सभी रोगियों का 60% है।
वार्षिक बैठक में 300 से अधिक कैंसर पेशेवरों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, स्वैच्छिक संगठनों और रोगी के पक्ष-समर्थकों ने भाग लिया। बैठक की एक उल्लेखनीय विशेषता 14 देशों के 27 अंतरराष्ट्रीय नेतृत्वकर्ताओं की भागीदारी थी। यह वियनतियाने, लाओ पीडीआर में 10 अक्टूबर, 2024 को आयोजित 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 10-सूत्रीय एजेंडे के कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप था। राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड ने जकार्ता में आसियान का भारतीय मिशन और विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आसियान सदस्य देशों को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।
सबसे पहले, 8 आसियान सदस्य देशों के 18 कैंसर विशेषज्ञों व नीति निर्माताओं और आसियान सचिवालय के स्वास्थ्य प्रभाग के एक प्रतिनिधि ने बैठक में भाग लिया। यह आसियान और भारत द्वारा अनुमोदित पांच ऐसे वार्षिक सहयोगों में से पहला है, जिसे आसियान-भारत कोष के अंतर्गत सहायता दी गई है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य सभी आसियान सदस्य देशों को राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड की विभिन्न गतिविधियों से परिचित होने और परियोजना के तहत कैंसर नियंत्रण का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना है। बैठक का एजेंडा विविध था जिसमें कई एनसीजी पहलों और भविष्य की पहलों पर ध्यान केंद्रित करने वाले विचार-मंथन सत्रों पर प्रकाश डाला गया। यह पहले आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में आसियान-भारत सहयोग को बढ़ावा देगा एवं क्षेत्र में कैंसर नियंत्रण गतिविधियों की पहुंच बढ़ाएगा।
इसके अलावा, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा सहायता प्राप्त 3 बिम्सटेक देशों के 5 वरिष्ठ कैंसर चिकित्सकों और नीति निर्माताओं ने भी बैठक में भाग लिया। आसियान और बिम्सटेक प्रतिनिधियों और एनसीजी नेतृत्व के बीच विचार-विमर्श की एक श्रृंखला के बाद कई सहयोगी पहलों जैसे वर्चुअल ट्यूमर बोर्ड में भागीदारी, कार्यबल विकास के लिए क्षमता निर्माण, कैंसर रजिस्ट्रियों में सहायता और कैंसर केंद्रों को जोड़ने पर चर्चा की गई।
अजित कुमार मोहान्ती, सचिव, परमाणु ऊर्जा विभाग और अध्यक्ष, भारतीय परमाणु ऊर्जा आयोग, न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर कैंसर नियंत्रण को आगे बढ़ाने के लिए डीएई की प्रतिबद्धता का दृढ़ता से समर्थन करते हैं। आसियान और बिम्सटेक देशों के कैंसर लीडर और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की भागीदारी इन देशों में कैंसर के इलाज में सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कई विकासशील और अविकसित देशों के अनुरोधों के आधार पर, एनसीजी का वैश्विक घटक एनसीजी “विश्वम” को 2019 में वियना में आयोजित आईएईए बैठक के महा सम्मेलन के दौरान लॉन्च किया गया था। एनसीजी ग्लोबल कैंसर नेटवर्क विश्व भर में कई कैंसर नियंत्रण संगठनों के साथ साझेदारी करता है, जो वैश्विक स्तर पर कैंसर के बोझ को कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं।